जीवाणुज पत्ता रेखा रोग

आरम्भ में पत्तियों की समानान्तर शिराओं के बीच हल्के-पीले रंग की पतली-पतली धारियां बनती हैं। ये धारियां धीरे-धीरे लम्बार्इ में बढ़कर पीले रंग की लाइनें-सी  बनाती हैं। इन धारियों पर नमी होने पर चमकीला पीला जीवाणुज पदार्थ नजर आता है जो बाद में सूख जाता है। कर्इ समानान्तर धारियां मिलकर बड़े धब्बे का रूप ले लेती हैं और पत्तों को सुखा देती हैं। हरियाणा में इस बीमारी का प्रकोप कम होता है।

रोकथाम

    बीज उपचार करके बिजार्इ करें।