पर्णच्छद गलन
इस रोग के प्रकोप से बालियों के साथ वाली पत्ती (सबसे ऊपर वाली पत्ती) के निचले हिस्से पर गहरे भूरे चाकलेटी व काले रंग के 0.5-1.0 सैं.मी. लंबे व 0.2-0.5 सैं.मी. चौड़े धब्बे बनते हैं जिनके अंदर का भाग मटमैला सफेद व बाहर के किनारे गहरे भूरे व काले रंग के होते हैं। अनुकूल वातावरण मिलने पर ये धब्बे आकार में बड़े हो जाते हैं व बालियों के साथ वाली पत्ती के निचले भाग (पर्णच्छद) को चारों तरफ से घेर लेते हैं। इसके परिणामस्वरूप बालियाँ ठीक तरह से बाहर नहीं निकल पाती व अंदर ही फँसी रह जाती हैं तथा दाने खाली या अधमरे, हल्के भूरे रंग के हो जाते हैं।
रोकथाम
फसल के गौभ की अवस्था में 200 मि.ली. प्रोपिकोनाजोल (रिजल्ट) 25 र्इ.सी. दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ छिड़काव करें।