ग्रेमिल्ड्यू

       यह रोग देसी कपास में तब लगता है जब फसल लगभग पक जाती है और अधिकतर कपास पहले ही चुन ली जाती है। मिल्ड्यू के ये धब्बे पुराने पत्तों की निचली सतह पर छोटे,अनियमित सफेद कोनेदार दिखार्इ पड़ते हैं। रोगग्रस्त पत्ते जल्दी ही गिर जाते हैं।

रोकथाम : गन्धक 10 कि.ग्रा./एकड़ धूड़ें या बाविस्टिन (2 ग्राम प्रति लीटर पानी) का छिड़काव करें तो देसी कपास के ग्रैमिल्ड्यू रोग पर नियन्त्रण पाया जा सकता है।