ई-मौसमएचएयू कृषि सेवा
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार (भारत)
होम
वर्तमान मौसम
मौसम पूर्वानुमान
उपग्रह चित्र
फसल प्रबंधन
खरीफ फसल
बाजरा
ग्वार
मक्की
धान
नरमा/कपास
बासमती धान
दलहनी फसलें
रबी फसल
जौ
चना
शरदकालीन मक्की
गेहूं
शरदकालीन गन्ना
सरसों
फल/फूल प्रबंधन
सब्जी उत्पादन
बेल वाली सब्जियां
टमाटर
आलू
मिर्च
प्याज
लहसुन
मटर
जड़ वाली सब्जियां-गाजर मूली शलगम
गोभी वर्गीय सब्जियां
पालक
भिण्डी
बैंगन
मसाले वाली सब्जियां
बागवानी फसलें
निम्बूवर्गीय फसलें
अमरुद
बेर
आम
आंवला
चीकू
आड़ू
नाशपाती
लीची
अंगूर
पपीता
जामुन
अनार
अलूचा
फूलों की खेती
गुलाब
ग्लैडिओलस
गेंदा
कारनेशन
रजनीगंधा
गुलदाउदी
बोगनविलिया
वार्षिक पुष्प
साप्ताहिक मौसम आधारित कृषि सलाह
खरीफ की फसल
सप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान
रबी फसल
सब्जियां व फलदार पौधे
प्रतिक्रिया
English
अन्य सावधानियां
अरगट
(
चेपा
)
से
प्रभावित
बालियों
को
जलाकर
नष्ट
कर
दें
तथा
ऐसे
पौधे
या
दाने
न
तो
पशुओं
को
खिलायें
और
न
ही
अपने
प्रयोग
में
लायें।
बीमारी
की
अधिकता
वाले
क्षेत्रों
में
3-4
साल
का
फसल
-
चक्र
अपनायें।
अगेती
व
समय
पर
(
जून
के
अन्तिम
सप्ताह
या
जुलार्इ
के
पहले
सप्ताह
)
बोर्इ
गर्इ
फसल
को
अरगट
का
रोग
कम
लगता
है।
फसल
काट
लेने
के
बाद
खेत
में
मिट्टी
पलटने
वाले
हल
से
गहरी
जुतार्इ
कर
दें
ताकि
अरगट
के
स्क्लोरेशिया
,
डाऊनी
मिल्ड्यू
के
बीजाणु
आदि
मिट्टी
की
तह
में
नष्ट
हो
जायें।
अरगट
से
प्रभावित
फसल
के
दानों
को
खाने
के
प्रयोग
में
लाने
से
पूर्व
अनाज
से
अरगट
के
पिण्ड
निकाल
दें।
धूमर
तथा
लिपटना
घास
खेत
की
मेढ़ों
तथा
बाजरा
के
खेत
के
आसपास
न
उगने
दें।
बाजरा
जलवायु
उन्नत किस्में
बिजाई
खाद प्रबंधन
खरपतवार नियन्त्रण
सिंचाई प्रबंधन
कीट प्रबंधन
रोग प्रबंधन
अन्य सलाह
रोगों का समेकित रोकथाम के उपाय
Sub-Footer Section