ई-मौसमएचएयू कृषि सेवा
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार (भारत)
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प्रतिक्रिया
English
फुलिया
लक्षण :
पत्तियों
की
निचली
सतह
पर
बैंगनी
-
भूरे
रंग
के
धब्बे
पड़
जाते
हैं।
धब्बों
का
ऊपरी
भाग
पीला
पड़
जाता
है।
इन
धब्बों
पर
चूर्ण
सा
बन
जाता
है।
रोकथाम:
आल्टरनेरिया
ब्लाईट, फुलिया और सफेद रतुआ की रोकथाम के लिएपहली फसल के बचे हुए रोगग्रस्त अवशेषों को नष्ट करें।
बीमारी
के लक्षण नज़र आते ही 600 ग्रा. मेन्कोजैब (डाइथेन याइन्डोफिल एम-45) को 250 से 300 लीटर पानी में मिलाकर प्रतिएकड़ की दर से 15 दिन के अन्तर पर 3-4 बार छिड़काव करें।
फसल
की बिजाई सिफारिश किये गये समय पर करें।
रोग प्रबंधन
फिलौडी व मरोड़िया
आल्टरनेरिया ब्लाईट
फुलिया
सफ़ेद रतुआ
तना गलन
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