लाल अष्टपदी
लाल अष्टपदी पत्तों की निचली सतह पर पीले व लाल रंग के शिशु व प्रौढ़ जाला बनाकर रहते हैं।
इनके रस चूसने से पत्तों पर छोटे-छोटे सफेद धब्बे बन जाते हैं।
भीषण प्रकोप से फूल बनने में बाधा पड़ती है। शुष्क मौसम में प्रकोप ज्यादा होता है।
रोकथाम
300 मि.ली. प्रैम्पट 20 ई.सी. (फैनपरोपैथ्रिन 15% पाइरिपरोक्सीफेन 5%) प्रति एकड़ को 200 लीटर पानी में मिलाकर फूल आने से पहले छिड़काव करें व 10-12 दिन के अंतर पर 2-3 बार दोबारा छिड़काव करें।