हरा तेला
लक्षण
हरा तेला के बारे में जैसा आलू में बताया गया है।
इस कीट के हरे रंग के शिशु व प्रौढ़ कोमल पत्तियों की निचली सतह से रस चूसते हैं।
पत्तियां मुड़ जाती हैं, पीली हो जाती हैं और अन्त में किनारों से सूख जाती हैं। फसल बौनी रह जाती है तथा जली हुई दिखाई देती है।
रोकथाम एवं सावधानियां
जैसे ही रस चूसने वाले कीड़े फसल पर दिखाई दें, 300-400 मि. ली. मैलाथियान 50 ई.सी. को 200-250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ 15 दिन के अन्तर पर छिड़कें।
फल शुरू होने पर बारी-बारी से सिन्थेटिक- पाइरेथ्राएड (80 मि.ली. फैनवलरेट 20 ई.सी., 70 मि.ली. साइप्रमेथ्रिन 25 ई.सी., 200 मि.ली. डेल्टामैथ्रीन 2.8 ई.सी.) और दूसरे कीटनाशक (500 ग्राम कार्बेरिल 50 डब्ल्यू. पी., रोपाई के 35-40 दिन बाद 200 लीटर पानी प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
सिन्थेटिक पाइरेथ्राएड का छिड़काव 21 दिन तथा दूसरे कीटनाशकों को 15 दिन के अन्तर पर दोहरायें।