गेहूं में सूत्रकृमि रोग
• ममनी (गेगला या सेहू) व टुण्डु (पीली बाली विगलन) :
लक्षण :
• इन बीमारियों से ग्रस्त पौधों के तनों का आधार फूल जाता है और पत्तियों पर टेढ़ी-मेढ़ी सी सलवटें दिखार्इ देती हैं। ऐसे पौधों की बालियां स्वस्थ पौधों की अपेक्षा छोटी व मोटी रह जाती हैं जिनमें स्वस्थ दानों की जगह काले रंग की ममनियां बन जाती हैं। इनमें हजारों की संख्या में सूक्ष्म सूत्रकृमि होते हैं। मौसम में कम तापमान व अधिक नमी के कारण पत्तियों व बालियों पर पीले रंग का चिपचिपा, लेसदार पदार्थ दिखार्इ देता है। ऐसी बालियां प्राय: मुड़ी हुर्इ तथा बिना दानों की होती हैं।
• सावधानियां /रोकथाम :
• ममनी रहित साफ बीज का प्रयोग करें। बीज में ममनी/गेगले वाले दाने हों तो बिजार्इ से पहले ऐसे बीज को पानी में डाल दें और अच्छी तरह हिलाएं। ममनी हल्की होने के कारण पानी की सतह पर तैरने लगेगी जिन्हें साधारण छलनी से निकाल कर नष्ठ कर दें। बीज को छाया में सूखा कर बिजाई करें।