बीज अंकुरण
बीज को बिजाई से 8-10 दिन पहले शीत भण्डार से निकालें व टोकरियों या ट्रे में डालकर किसी खुले, ठण्डे व हवादार स्थान पर अंकुरण के लिए रखें। इस स्थान पर प्रकाश का होना अति आवश्यक है लेकिन धूप नहीं आनी चाहिए। अगर टोकरियां या ट्रे न मिलें तो आलुओं को फर्श पर बिछा दें लेकिन उनकी सतह 10 सैं.मी. से मोटी नहीं होनी चाहिए। जिन कन्दों के अंकुरण कमजोर हों या उन पर बाल हों उन्हें नहीं लगाना चाहिए क्योंकि वे विषाणु रोग ग्रस्त होते हैं।