एम एच 421

एम एच 421:
इस किस्म को भी राज्य के सभी क्षेत्रों में खरीफ, बसंत व ग्रीष्मकालीन मौसम में सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है 
यह किस्म बहुत कम समय यानि 60 दिन में ही पक कर तैयार हो जाती है।
इसकी फलियां झड़ती नहीं हैं।
यह पीले पत्ते वाले मोजैक वायरस रोग, पत्तों के धब्बों का रोग व जलयुक्त झुलसा रोग (वेब ब्लाईट) के लिए अवरोधी है।
इसका दाना आकर्षक, चमकीला व हरा तथा मध्यम आकार का होता है।ग्रीष्मकाल में औसत पैदावार 4.0-4.8 क्विंटल प्रति एकड़  व खरीफ में 5.6-6.4 क्विंटल प्रति एकड़ है।