फफूंद अंगमारियां रोगों से बचावके लिए निम्नलिखित उपाय अपनायें :
•1. जिस खेत में अंगमारी का आक्रमण रहा हो उसमें चने की फसल कदापिन लें।
•2. चने की हरियाणा चना नं. 3 व सी-235 किस्में, जो झुलसा रोग के लिएसहनशील/प्रतिरोधी हैं, उगानी चाहिएं।
•3. रोगमुक्त एवं स्वस्थ बीज ही बोयें। बीजगत संक्रमण से बचावहेतु बाविस्टिन से बीजोपचार (2.5 ग्राम/किलोग्राम बीज) करें। यह उपचार रोगग्राहीकिस्मों के लिए अत्यन्त आवश्यक है।
•4. रोगग्रस्त पौधों तथा उनके अवशेषों को जलाकर नष्ट कर दें।