सिंचाई एवं खरपतवार नियन्त्रण

बिजाई के तुरन्त पश्चात् हल्की-सी सिंचाई की जानी चाहिए।
सिंचाई इस प्रकार से करें कि नालियां आधी सतह तक पानी से भर जाएं। दूसरी सिंचाई पहली सिंचाई के 4-5 दिन के पश्चात् करना आवश्यक है।
फूल व कच्चे फलों के लगने की अवस्था में सिंचाई अवश्य करें।

खरपतवार नियन्त्रण के लिए एक या दो गुड़ाई की आवश्यकता पड़ती है।