ई-मौसमएचएयू कृषि सेवा
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार (भारत)
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प्रतिक्रिया
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छोटी पत्ती व मोजैक रोग
छोटी पत्ती व मोजैक रोग से पत्ते छोटे और पीले हो जाते हैं और पौधे बौने रह जाते हैं।
फल बहुत कम लगता रोग को फैलने से रोकने के लिए प्रारम्भिक अवस्था में रोगी पौधे निकाल कर नष्ट कर दें।
रोकथाम
पौध-रोपण से पहले पौधे की जड़ों को आधे घण्टे तक टेट्रासाइक्लिन के घोल में (500 मि.ग्रा. दवा प्रति लीटर पानी में) डुबोएं।
नर्सरी तथा खेत में तेला तथा सफेद मक्खी के बचाव के लिए बताई गई कीटनाशक दवाइयों मैलाथियान 50 ई.सी. 400 मि.ली. को 200-250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ 15 दिन के अन्तराल पर छिड़कें, का समय-समय पर इस्तेमाल करें।
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