फल गलन

फल गलन रोग पत्तों से आरम्भ होकर फलों पर पहुंचता है।
फलों का रंग भूरा होना शुरू हो जाता है तथा उस स्थान पर फल गलने लगते हैं।

रोकथाम

नर्सासरी की बिजाई के लिए साफ बीज इस्तेमाल करें तथा बिजाई से पहले बीज का उपचार 2.5 ग्राम थाइरम या कैप्टान प्रति कि.ग्रा. बीज की दर से करें।
फल लगने के बाद जिनेब अथवा इण्डोफिल एम-45, 400 ग्राम दवा का 200 लीटर पानी में प्रति एकड़ की दर से 10-12 दिन के अन्तर पर 2-3 बार छिड़काव करें।
चिपकने वाला पदार्थ जैसा कि प्याज में बताया गया है |चिपकने वाले पदार्थ सैलवेट-99, 10 ग्राम या ट्रिटान 50 मि.ली. प्रति 100 लीटर घोल के साथ मिलाएं जिससे दवा पत्तियों पर चिपक जाए अवश्य मिलाएँ।