जड़ गलन रोग
• जड़ गलन रोग दो प्रकार का होता है
(1) गीलाजड़ गलन -यह रोग अधिक नमी वाली जमीन में पाया जाता है।
(2) शुष्क जड़ गलन रोग -चने में फूल व फलियां बनते समय यह एक प्रमुख बीमारी है।
• इनका प्रकोप फसल की अंकुरण अवस्था में या फिर सिंचित क्षेत्रों में जब फसल बड़ी हो जातीहै, तब होता है। भूमि की सतह के पास पौधे के तने पर गहरे भूरे धब्बे दिखार्इ पड़ते हैं।रोगी पौधे के तने व पत्ते हल्के पीले रंग के होते हैं। मुख्य जड़ से नीचे का भाग गल जाने के कारण जमीन में ही रह जाता है।