पोषक तत्व प्रबंधन
पोषक तत्व प्रबंधन:
जिंक और नत्रजन की कमी के लक्षण आने पर फसल पर छिडकाव: धान की फसल में किसी कारणवश खेत में पौध लगाते समय यदि जिंक सल्फेट न डाला गया हो तो (0.5% जिंक सल्फेट+2.5% यूरिया के घोल से) करने चाहिएं। पहला छिड़काव रोपार्इ के एक महीने बाद करें। बाकी दो छिड़काव 15-15 दिन के अंतर पर करें। इससे नत्रजन की कमी भी पूरी हो जाएगी।
लोहे (आयरन) की कमी के लक्षण आने पर फसल पर छिडकाव::
यदि हल्की भूमि वाली धान की फसल में लोहे (आयरन) की कमी के लक्षण नजर आये तो 0.5 % फैरस-सल्फेट (हरा कशीश) के घोल का छिड़काव करें तथा इसे आवश्यकतानुसार सप्ताह के अंतराल पर दोहराएं।