ई-मौसमएचएयू कृषि सेवा
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार (भारत)
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प्रतिक्रिया
English
रोकथाम
अरगट (चेपा) से प्रभावित बालियों को नष्ठ कर दें तथा ऐसे पौधे या दानें न तो पशुओं को खिलाएं और न ही प्रयोग में लायें |बिमारी की अधिकता वाले क्षेत्रों में 3-4 साल का फसल चक्र अपनाएं |
अगेती व समय पर (जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के पहले सप्ताह ) बोई गई फसल में अरगट के रोग की कम संभावना होती
हैं।
फसल काट लेने के बाद खेत में मिटटी पलटने वाले हल से गहरी जुताई कर दें ताकि अरगट के स्क्लोरेशिया , डाऊनी मिल्ड्यू के बीजाणु आदि मिटटी की तह में
नष्ठ हो जाएँ |
धूमर तथा लिपटना घास खेत की मेढ़ों तथा बाजरा के खेत के आसपास न उगने दे |
अरगट (चेपा)
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रोकथाम
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