दीमक

दीमक

       यह कीट फसल की बिजार्इ से कटार्इ तक भारी मात्रा में हानि पहुंचाता है। यह हल्की रेतीली भूमि तथा अर्ध-नमी की अवस्था में अधिक सक्रिय रहता है।

दीमक की रोकथाम के लिए बीज उपचार :

        850 मि.ली. मोनोक्रोटोफॉस 36 एस.एल. या 1500मि.ली. क्लोरपाइरीफॉस 20 र्इ.सी. को पानी में मिलाकर दो लीटर घोल बना लें। फिर इस घोल को एक क्विंटल बीज पर छिड़कें तथा बीज को एकसार उपचारित करने के लिए अच्छी तरह मिलाएं। बीज को बोने से पूर्व रात भर ऐसा ही पड़ा रहने दें।

   नोट 

    पिछली फसल के ठूंठों को खेत से अवश्य निकाल दें गोबर की कच्ची खाद का प्रयोग बिल्कुल भी करें।