पीला मोजेक (येलो मोजेक)

पीला मोजैक: इस रोग से प्रभावित पौधों के पत्ते पीले व कहीं-कहीं से हरे नज़र आते हैं। रोग की अधिकता हो जाने पर सारे पत्ते पीले पड़ जाते हैं। पैदावार बहुत कम मिलती है। अम्बाला और करनाल जिलों के कुछ क्षेत्रों में यह रोग 90 प्रतिशत तक फैल जाता है।
रोकथाम:
रोगरोधी किस्में ही उगाएं।
सफेद मक्खी इस रोग को फैलाती है। अतः इसकी रोकथाम के लिए खेत में बिजाई के 20-25 दिनों के बाद 10-15 दिनों के अन्तर से 250 मि.ली. डाईमेथोएट 30 ई.सी. (रोगोर) या 250 मि.ली. आक्सीडैमेटान मिथाईल 25 ई.सी. (मैटासिस्टाक्स) या 250 मि.ली. फार्मेथियान 25 ई.सी. (एंथियो) या 400 मि.ली. मैलाथियान 50 ई.सी. को 250 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ छिड़काव करें।
रोगी पौधों को जड़ से उखाड़ कर नष्ट कर दें।
फसल में खरपतवारों को समय पर निकाल दें।