खाद एवं अन्य प्रबंधन
(1)खाद की आवश्यकता :
गोबर की खाद-30-40 टन प्रति हैक्टेयर,
नत्रजन-200 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर,
फास्फोरस-200 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर,
पोटाश-100 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर;
अगर फास्फोरस डी. ए. पी. से देना चाहते हैं तो डी. ए. पी. सिंगल सुपर फास्फेट की मात्रा का 1/3 हिस्सा डालें तथा यूरिया की मात्रा का पांचवां हिस्सा कम कर लें।
सारी गोबर की खाद, आधी नत्रजन, पूरी फास्फोरस एवं पोटाश खेत तैयार करते समय मिला दें। बाकी बची नत्रजन रोपाई के 30 दिन बाद करें।
(2) सिंचाई :
सिंचाई सर्दियों में 10-15 दिन के अंतर पर तथा गर्मियों में 5-7 दिन के अंतर पर करें।
(3) पिंचिंग :
फूल अधिक संख्या में प्राप्त करने के लिए रोपाई के तीन से चार सप्ताह बाद प्रमुख शाखा का ऊपरी हिस्सा चुटक (तोड़) देना लाभकारी है।
(4) डिसबडिंग :
गुलदाउदी की हर शाखा से अतिरिक्त कलियों को निकालकर केवल एक या दो कलियों को छोड़ने के कार्य को डिसबंडिंग कहते हैं। आमतौर पर हर शाखा पर एक कली छोड़ते हैं। यह प्रक्रिया स्टेन्डर्ड किस्मों (बड़े फूलों वाली) के लिए बहुत जरूरी है।
(5) स्टेकिंग : गुलदाउदी के पौधों को सहारा देने की आवश्यकता होती है। इसके लिए मजबूत बांस की डंडी काम में ली जाती है।