खाद की मात्रा (खाद मिट्टी की जांच के आधार पर डालें)

किस्में |
पोषक तत्व (किलो/एकड़) |
उर्वरक (किलो/एकड़) |
|
नाइट्रोजन |
फास्फोरस |
पोटाश |
जिंक सल्फेट (21%) |
यूरिया |
सिंगल सुपर फास्फेट |
म्यूरेट ऑफ पोटाश |
बौनी मध्यम, मध्यम कम अवधि व संकर धान |
60 |
24 |
24 |
10 |
130 |
150 |
40 |
कम अवधि |
48 |
24 |
24 |
10 |
105 |
150 |
40 |
खाद देने का तरीका
सभी किस्मों में जिंक, फास्फोरस और पोटाश की पूरी मात्रा तथा नाइट्रोजन की 1/3 मात्रा रोपाई करते समय तथा शेष नाइट्रोजन दो बार बराबर-बराबर मात्रा में रोपार्इ के 3 व 6 सप्ताह बाद दें। यदि नाइट्रोजन की 1/3 मात्रा रोपार्इ के समय न दे सकें तो रोपार्इ के 7 दिन के अन्दर भी यह मात्रा दे सकते हैं। यदि डी. ए.पी. का प्रयोग किया गया हो तो यूरिया की मात्रा 20 किलोग्राम कम कर दें।
धान की किस्मों में फास्फोरस भी दो बार कर के दी जा सकती है- आधी रोपार्इ के समय तथा बाकी रोपार्इ के 3 सप्ताह बाद। अधिक पैदावार लेने के लिए धान-गेहूं फसलचक्र में फास्फोरस दोनों ही फसलों में दें।