बेलों की कांट छांट

खरबूजे में मुख्य तने पर नर फूल आते हैं व दूसरी शाखाओं पर नर व पूर्ण दोनों फूल आते हैं।
हरा मधु में पूर्ण फूल दूसरी शाखा पर 7वीं गांठ पर आते हैं। इसलिए 7वीं गांठ से पहले आने वाली दूसरी सभी शाखाओं को प्रारम्भिक अवस्था में ही काट देना चाहिये तथा इसके बाद आने वाली सभी शाखाओं को चलने देना चाहिए।
काट-छांट की गई बेलों में फलों की संख्या व आकार बिना काट-छांट की गई बेलों की तुलना में ज्यादा होता है। इस प्रकार से पैदावार में 20-25 प्रतिशत तक वृद्धि की जा सकती है।
यह विधि पंजाब सुनहरी किस्म में भी लाभप्रद है। इस किस्म में दूसरी शाखाओं को तीसरी गांठ तक तोड़ दिया जाता है।