यह भी फफूंदी से होता है। पत्ते सूख जाते हैं व गन्ने हल्के और खोखले हो जाते हैं।
रोकथाम/सावधानियां
• बिजार्इ के समय स्वस्थ पोरियां ही बीजें। रोगी खेत में कम से कम तीन साल तक फसल-चक्र अपनायें।