काले रंग के पतले व बहुत छोटे आकार के होते हैं। ग्रसित फसल के पत्तों की नोक सूखकर अन्दर की ओर मुड़ जाती है। इसका आक्रमण अप्रैल से जून में अधिक देखा जाता है।