पायरिल्ला
Ø पायरिल्ला जिसे अल या फड़का भी कहते हैं, यह मौसम में बदलाव के कारण होता है।
Ø इसके प्रौढ़ भूसे जैसे रंग के व नुकीले सिर वाले होते हैं।
Ø मादा अल पत्तों पर समूहों में अण्डे देती है। यह अण्डे हल्के हरे-सफेद रंग के व लाइनों में होते हैं जो सफेद बालों से ढके होते हैं।
Ø इनके शिशु भूरे-सफेद रंग के होते हैं जिनकी पीठ के पीछे दो धागे जैसे लम्बे पर होते हैं।
Ø प्रौढ़ व बच्चे दोनों ही पत्तों का रस चूसते हैं जिससे पत्ते पीले पड़ जाते हैं और बाद में सूख जाते हैं।
Ø यह कीट मलमूत्र के रूप में एक चिपचिपा-सा रस निकालते हैं जो पत्तों पर चिपक जाता है। इस रस पर काली फफूंदी लग जाती है जो पत्ते को ढक लेती है व इससे प्रकाश संश्लेषण में बाधा पहुंचती है।