दीमक के मटमैले भूरे रंग के पंखरहित प्रौढ़ व बच्चे मिट्टी की सुरंग अथवा बाम्बी में रहते हैं।
बिजार्इ के तुरन्त बाद ही दीमक बीज की आंखों व सिरों को खोखला कर देती हैं। ये फुटाव पश्चात् पौधों के जमीन के अन्दर के भाग को खाती हैं, जिससे पौधे सूख जाते हैं व खींचने पर जमीन से आसानी से निकल आते हैं।
बरसात उपरान्त गन्ना फसल पर आक्रमण से पत्ते पीले पड़ कर सूख जाते हैं व बाद में पूरा गन्ना ही सूखकर गिर जाता है।