पत्ती मरोड़ और मोजेक (विषाणु) रोग
पत्ती मरोड़ और मोजेक (विषाणु) रोग
पौधों की बढ़वार रुक जाती है, पत्तियां मोटी, भद्दी, मुड़ी हुई हो जाती हैं।
तने पर धारियां पड़ जाती हैं।
फल बहुत ही छोटा रह जाता है जो मरा हुआ-सा दिखाई देता है।
रोकथाम /सावधानियां
क)स्वस्थ और रोगरहित बीज लें।
(ख)बीमारी फैलाने वाले कीड़ों की नर्सरी व खेतों में रोकथाम करें।
10-15 दिन के अन्तर पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करें, जैसा कि सफेद मक्खी की रोकथाम के लिए बताया गया है। रोगी पौधों को आरम्भ में ही निकाल कर नष्ट कर दें।