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ई-मौसमएचएयू कृषि सेवा
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार (भारत)
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प्रतिक्रिया
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चुरडा व अष्ठपदी
चुरडा व अष्ठपदी
यह दोनों जीव पत्तों से रस चूसते हैं जिससे पत्ते पीले पड़ जाते हैं।
पौधे कमजोर हो जाते हैं।
यह मरोड़िया रोग भी फैलाते हैं।
रोकथाम
चुरड़ा:
400 मि.ली. मैलाथियान 50 ई.सी. का छिड़काव 200-250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ 15-20 दिन के अन्तर पर करें।
अष्ठपदी:
300 मि.ली. प्रैम्पट 20 ई.सी. (फैनपरोपैथ्रिन 15% +
पाइरिपरोक्सीफेन 5%) प्रति एकड़ को 200 लीटर पानी में मिलाकर फूल आने से पहले छिड़काव करें व 10-12 दिन के अंतर पर 2-3 बार दोबारा छिड़काव करें।
हानिकारक कीड़े
दीमक
चुरडा व अष्ठपदी
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