धान की नर्सरी खेत की तेयारी, बोने का समय व बीज की मात्रा
नर्सरी लगाने से पहले खेत की तेयारी :
नर्सरी (पौध शय्या) बीजने से पहले प्रति एकड़ 10-12 गाड़ी कम्पोस्ट खाद डालकर 2-3 बार जुतार्इ करके मिट्टी में अच्छी तरह मिला दें। खेत में पानी खड़ा करके और जुतार्इ करके अच्छा गारा बना लें। प्रति एकड़ पौध क्षेत्र के लिए 10 किलोग्राम नत्रजन, 10 किलोग्राम फास्फोरस व 10 किलोग्राम जिंक सल्फेट डालकर सुहागा चलाकर एकसार कर दें। सुविधानुसार पौध क्षेत्र को छोटी क्यारियों में बांट लें। सुहागा लगाने के लगभग 4-5 घंटे बाद जब रेती बैठ जाये तब पहले से उपचारित अंकुरित बीज की बिजार्इ 40-50 ग्राम बीज प्रति वर्गमीटर क्षेत्र के हिसाब से (1.6-2.0 क्विंटल /एकड़) करें। सांयकाल हल्की सिंचार्इ कर दें ताकि पौध क्षेत्र में तेज धूप में पानी खड़ा न रहे। बिजार्इ के दो सप्ताह बाद नत्रजन की दूसरी मात्रा 10 किलो प्रति एकड़ की दर से डालें। पौधशाला में लौह तत्व की कमी के लक्षण दिखार्इ देते ही 0.5% फैरस सल्फेट के घोल का छिड़काव करें। यदि 30 दिन से अधिक उम्र की पौध लगानी पड़ जाए तो नत्रजन की तीसरी मात्रा भी 10 किलोग्राम की दर से डालें।
नर्सरी का बोने का समय एवं बीज की मात्रा :
किस्में |
नर्सरी बुआई का समय |
नर्सरी बीज की मात्रा किलोग्राम प्रति एकड़ धान के लिए |
कम अवधि वाली किस्में |
15 मर्इ से 30 जून |
10-12 |
मध्यम, मध्यम-कम अवधि वाली |
15 मर्इ से 30 मई |
10-12 |
बौनी किस्मे व् संकर धान |
15 मर्इ से 30 मई |
6-7 |