खरपतवार नियन्त्रण
Ø मक्की में होने वाले खरपतवार जैसे सांठी, चौलाई, भखडी, बिस्कोपरा, जंगली जूट, दूधी, हुलहुल, नुपिया, सांवक, मकरा आदि का नियन्त्रण 400से 600 ग्राम एट्राजीन (50 प्रतिशत घुलनशील पाऊडर) प्रति एकड़ 200 से250 लीटर पानी में मिलाकर बिजार्इ के तुरन्त बादछिडकने से किया जा सकता है।
Ø मक्की में सभी तरह के खरपतवारों के नियन्त्रणके लिए टेबोंट्रायोन (लोडिस 34.4% घु.पा.) का 115 मि.ली.तेयार शुद्ध मिश्रण + 400 मि.ली.चिपचिपे पदार्थ को 200 लिटर पानी में मिलाकर बिजाई के 10 से 15 दिन बाद या खरपतवार की 2-3 पत्ती अवस्था पर प्रति एकड़ स्प्रे करे |