भूमि की तैयारी

भूमि की तैयारी

पालक की बिजाई सभी प्रकार की भूमि में की जा सकती है लेकिन बालुई-दोमट भूमि अधिक उपयुक्त होती है।
भूमि को 3-4 बार जुताई करके तैयार किया जाता है।
प्रत्येक जुताई के बाद पाटा (सुहागा) लगाते हैं जिससे मिट्टी समतल एवं भुरभुरी हो जाये।