पौध रोपाई की विधि व समय

 पौध रोपाई की विधि 

अगेती फूलगोभी के लिए डोेलियां (मेड़) इच्छित दूरी पर बनाई जाती हैं और स्वस्थ पौधों की डोलियों पर रोपाई की जाती है।

मध्यम व पछेती किस्मों के लिए इच्छित आकार की समतल क्यारियों में पौधों की रोपाई की जाती है।
अन्धे पौधों (बिना कोपल के) की रोपाई नहीं करनी चाहिए।
अगेती गोभी में पौधों की अधिक से अधिक संख्या प्राप्त करने के लिए पौध रोपाई से 5-6 घण्टे पहले डोलियों के बीच हल्की सिंचाई करें।
वर्षा से भूमि कटाव द्वारा जड़ों को नंगा होने से रोकने के लिए पौधों के साथ मिट्टी चढ़ाना आवश्यक है। 

उत्स्फूटन या बटनिंग (छोटे फूल) को रोकने के लिए सिफारिश की गई किस्मों की उचित समय पर बिजाई करें।पौधों की रोपाई करते समय निम्नलिखित दूरी रखें:
अगेती रोपाई            =45 x 30 सैं.मी.
दर्मियानी/
मध्यम रोपाई =60 x 60 सैं.मी.
पछेती रोपाई 
           =45 x 45 सैं.मी.

रोपाई का समय 
अगेती फूलगोभी के लिए पौधरोपण जून-जुलाई में किया जाता है।
मध्यम मौसम की फूलगोभी के लिए पौध-रोपण अगस्त से मध्य सितम्बर में किया जाता है।
पछेती किस्मों के लिए रोपाई नवम्बर से दिसम्बर में की जाती है।