खाद की मात्रा (मिट्टी परीक्षण के आधार पर खाद दें)

सिंचित/असिंचित क्षेत्रों के लिए खाद प्रबन्धन :

      नाइट्रोजन 6 किलोग्राम /एकड़ ---{यूरिया (46%) 12 किलोग्राम /एकड़}

      फास्फोरस16किलोग्राम /एकड़ ---{सिंगल सुपर फास्फेट(16%) 100 किलोग्राम /एकड़ या डी.ए.पी. 35 किलोग्राम /एकड़}

 नोट:      उपरलिखित खाद बिजाई के समय या बिजाई से पहले आखिरी जुताई पर ड्रिल करें
 

        सिंचित अवस्था में उपर्युक्त पोषक तत्वों के साथ 10 किलोग्रामजिंक सल्फेट प्रति एकड़ प्रयोग करें।

जस्तेकी कमी के लक्षण 

      जस्तेकी कमी के लक्षण पुरानी संयुक्त पत्तियों पर, विशेषकर मुख्य प्ररोहों की,पत्रकों की,नोकों की हरिमा हीनता (क्लोरोसिस) के रूप में आरम्भ होते हैं। ये लक्षण वृद्धि के 50 से 60 दिनबाद विकसित होते हैं। हरिमाहीनता बाद में नीचे की तरफ फन्नी (बैज) के रूप में बढ़ती है,प्रभावित भागों मेंउत्तक क्षय (नेकरोसिस)हो जाता है और पत्रकपूर्ण रूप से प्रभावित होने से पहले ही झड़ जाते हैं। पत्रकों को प्रभावित औरअप्रभावित भागों में बांटने के लिए अंग्रेजी के ’’V’’ आकृति की पट्टी बन जाना जस्ते की कमी का एक विशेष लक्षण है।

 जस्तेकी कमी का उपचार 

     भूमि में यदि जस्ते की कमी है (डी.टी.पी.. निष्कर्षणीय जस्ता 0.48 पी.पी.एम. से कम है) तब आखिरी जुतार्इ से पहले 10 किलोग्राम जिंक सल्फेट प्रति एकड़ डालें। यह मात्रा आने वाली 2-3 फसलों के लिए काफी है।