आलू की बिजाई का समय
अलग-अलग किस्मों की बिजाई का उचित समय अलग है।
कुफरी चन्द्रमुखी और कुफरी जवाहर की बिजाई का उचित समय अक्तूबर का पहला सप्ताह है तथा कुफरी बादशाह व कुफरी सतलुज की बिजाई 5 से 15 अक्तूबर के बीच करनी चाहिए।
अगेती फसल के लिए कुफरी चन्द्रमुखी और कुफरी जवाहर नामक किस्मों की बिजाई सितम्बर के अन्तिम सप्ताह में की जा सकती है। इस समय मिट्टी का तापमान अधिक होता है जिससे कन्दों के गलने की सम्भावना अधिक हो जाती है।
कन्दों को गलने से बचाने के लिए मल्च (डोलियों को धान के छिलके या मक्की अथवा बाजरा की कड़वी से ढ़कना) का इस्तेमाल काफी लाभदायक पाया गया है।
मल्च एक तो तापमान कम करता है तथा दूसरा जमीन में नमी बनाये रखता है।
अगेते आलुओं की बिजाई पलेवा करने के बाद ही करनी चाहिए।