आलू की फसल में खरपतवार नियन्त्रण

खरपतवार नियन्त्रण व मिट्टी लगाना 

यह देखा गया है कि अगर बिजाई के समयपूरी मिट्टी चढ़ा दी गई है तथा खरपतवार किसी रसायन से नष्ट कर दिये गये हैं तोबिजाई के बाद मिट्टी चढ़ाने से उपज में कोई वृद्धि नहीं होती लेकिन अगर बिजाई केसमय हल्की मिट्टी लगी हो तो बिजाई के 25-30 दिन बाद मिट्टी चढ़ाएं। इससे हरे आलुओं की संख्या कम हो जाती है।अगर खेत में खरपतवार हों तो बिजाई के 25-30 दिन बाद पहली निराई करें तथा बाद में मिट्टी चढ़ाएं।

खरपतवारों केे नियन्त्रण के लिएनीचेे लिखे किसी रसायन को 250 लीटर पानी में मिलाकर बिजाई के 10 दिन के अन्दर प्रति एकड़ छिड़कें। खरपतवारनाशक दवा प्रयोग करते समयभूमि में पर्याप्त नमी का होना आवश्यक है:

(क) ऐलाक्लोर 1.0-1.2किलोग्राम (लासो 50% 2.0-2.4लीटर) प्रति एकड़।   

(ख) ऐलाक्लोर 0.5 किलोग्राम (लासो 50% 1.0 लीटर) + सिमाजिन 0.05किलोग्राम (टैफाजिन 50% 0.1किलोग्राम) प्रति एकड़।

(ग)पैण्डीमेथालिन 0.48-0.60किलोग्राम (स्टोम्प 30%1.6-2.0 लीटर) प्रति एकड़।

यदि खेत में खरपतवार उग आये हैं तोपैराकुवेट 240-300 ग्राम (ग्रेमैक्सोन 1.0-1.25लीटर) का प्रति एकड़ की दर से 250 लीटर पानी में मिलाकर बिजाई के लगभग 15 दिन बाद जब आलू के पौधे 5-10%अंकुरित हो चुके होंछिड़काव करें।