अमरुद के फलों की तुड़ाई एवं भंडारण

अमरुद के फलों की तुड़ाई

अमरूद जल्दी खराब होने वाला फल है।
क्लाइमैटरिक फल होने के नाते फल को अपरिपक्व अवस्था में ही तोड़ना चाहिए। 
अमरूद पकी हुई अवस्था में वृक्ष पर नहीं छोड़े जा सकते क्योंकि इस अवस्था में इनका पक्षियों द्वारा नुकसान हो सकता है।
तोड़ाई कैंची से थोड़ी सी शाखा व एक-दो पत्ते रखकर करनी चाहिए। तोड़ाई लगातार करते रहना चाहिए।
अधिकतर खाने वालों द्वारा अध पके फल पसन्द किए जाते हैं।

डिब्बाबन्दी

पूरी तरह पके हुए फलों को नजदीक की मण्डी में भेजना चाहिए क्योंकि इनका स्थानान्तरण में नुकसान हो सकता है।
दूर की मण्डी के लिए फलों को लकड़ी के डिब्बों में पैक करना चाहिए। दूर-दराज की मण्डियों में भेजने के लिए अमरूद को अपरिपक्व अवस्था में, जब फल हरे रंग का हो, तोड़ना चाहिए। उस हालत में फल का अपेक्षिक घनत्व 1.05 होना चाहिए।

भण्डारण

गर्मियों में फलों को जल्दी बाजार में भेज देना चाहिए जबकि सर्दियों में हरी अवस्था में अपरिपक्व फल 2-3 दिन का स्थानान्तरण समय सहन कर सकते हैं।