जलवायु

      गेहूंकी फसल उष्णकटिबंधीय और उप उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाई जा सकती हैं। फसल कीबढ़वार के समय नम व ठंडा तथा पकते समय शुष्क और गरम मौसम अधिक पैदावार में सहायकहोता है इसलिए  गेहूं को मुख्यतया ठन्डे वखुश्क जलवायु वाली फसल कहा जाता है ।

      गेहूंकी फसल सिंचित व  कम सिंचित दशा वाले दोनोंक्षेत्रों में ली जा सकती है ।

      बुआईके समय दिन व रात का औसत तापमान 22 डिग्री सेल्सियस, बढ़वार के समय औसत तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस तथापकने के समय औसत तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास या इससे कम फसल के लिएफायदेमंद रहता है ।

      बुवाईके तुरंत बाद बारिश से अंकुरण/जमाव कम हो जाता है।

      दुधियाअवस्था में यदि तापमान सामान्य से अधिक हो जाने या सूखे की स्थिति पर दाने कीबढ़वार पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है।

      गेहूंकी अच्छी पैदावार के लिए 400 से 600 मिलीमीटर वर्षा तथा सिंचाई की उचित व्यवस्थाहोना चाहिये।

पौधों की बढ़वारके लिए 50-60 प्रतिशत आर्द्रता उपयुक्त पाई गई है। शीत ऋतू में अधिक ठंड तथा धुंधका मौसम गेंहूँ की फसल के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है ।