जड़ गाँठ सूत्रकृमि रोग

जड़ गांठ सूत्रकृमि

(क)अंगूर की बेलों में फुटाव कम होता है तथा टहनियां एवं पत्ते छोटे रह जाते हैं।पत्ते जल्दी पीले पड़कर गिरने लगते हैं।

(ख)जड़ों में गांठें बन जाती हैं। खाद पानी सोखने वाली पतली जड़ों की संख्या कम हो जाती हैं।
अधिक प्रकोप से जड़ गलने लगती हैं।

नियन्त्रण एवं सावधानियां

(क)कार्बोफ्यूरान (फ्यूराडान 3 जी) के दाने 13 ग्राम प्रति वर्ग मीटर की दर से बेलों के तनों के आस-पास के 9 वर्ग क्षेत्र में (117 ग्राम प्रति बेल) अच्छी तरह मिलाएं तथा तुरन्त प्रचुर मात्रा में पानी दें।फुटाव से एक हफ्ते पहले दवा का प्रयोग करना चाहिए।

(ख)बेलों के बीच के क्षेत्र में लहसुन की फसल उगाएं।

साथ में कार्बोफ्यूरान (फ्यूराडान 3 जी) के दाने 7 ग्राम प्रति वर्ग मीटर की दर से बेलों के तनों के आस-पास के 9 वर्ग मीटर क्षेत्र में (63 ग्राम प्रति बेल) अच्छी तरह मिलाएं तथा तुरन्त प्रचुर मात्रा में पानी दें।

दवा का प्रयोग लहसुन की फसल लगाने के समय करें।