विरलन-थिन्निंग

परलेट किस्म को विरल करना जरूरी है ताकि बाकी बची शाखाओं का सही विकास हो।
10 x 10 फुट की दूरी पर लगाई गई बेलों पर 100 से अधिक गुच्छे न रखें। यह काम अंगूर लगने के तुरन्त बाद करें।