बदरा या ब्लास्ट

पत्तियों पर आंख के आकार के धब्बे बनते हैं। तने पर गांठें चारों ओरसे काली हो जाती हैं तथा पौधा गांठ से टूटकर गिर जाता है। ग्रीवा गलन में बालियों के डंठल (ग्रीवापर काले धब्बे बनते हैं व ग्रीवा गल जाती है।प्रभावित बालियों मेंदाने हल्के व खाली रह जाते हैं।

अनुकूल मौसम : तापमान 26 डिग्री  से 28डिग्री सैल्सियसहवा में नमी 90 % से अधिक व बादल छाये रहना।

रोकथाम /सावधानियां

       बीज उपचार अवश्य करें। 

       बासमती की रोपार्इ जुलार्इ के पहले पखवाड़े में पूरी करलें।

       पत्तियों पर लक्षण नजर आते ही प्रति एकड़ 120 ग्राम ट्राइसाइक्लाजोल (बीम या सिविक) 75 डब्ल्यू पी या 200 ग्राम कार्बेन्डाजिम (बाविस्टीनया 200 मि.लीहिनोसान को 200 लीटर पानी  में घोल कर छिड़काव करें। दूसरा छिड़काव 50% बालियां निकलने पर करें।

       बालियां निकलते समय खेत में सूखा न लगने दें।