जिंक की कमी लक्षण एवं उपाय

जिंक की कमी लक्षण 
पूरे बढ़े हुए पत्तों में पीलेपन को ‘मोटल लीफ’ कहते हैं।
कोमल शाखाओं की सबसे ऊपर वाली पत्तियां छोटी हो जाती हैं।
टहनियां सूखनी शुरू हो जाती हैं। फूल कम आते हैं ।
इन लक्षणों की कृषि विज्ञान केन्द्र के मृदा एवं उद्यान विशेषज्ञ से जांच करवा लें।

जिंक की कमी को पूरा करने के लिए 0.5 प्रतिशत (5 किलोग्राम जिंक सल्फेट 2.5 कि.ग्रा. बुझा हुआ चूना 1000 लीटर पानी में घोलकर) मई-जून और अगस्त-सितम्बर में पौधों पर छिड़काव करें।
इसी प्रकार नाइट्रोजन (नत्रजन) की कमी को पूरा करने के लिए (1-2 प्रतिशत) यूरिया (1-2 कि.ग्रा. यूरिया 100 लीटर पानी में) का ऊपर लिखे समय मई-जून और अगस्त-सितम्बर में पौधों पर छिड़काव करें।