पीला या धारीदार रतुआ

पीला या धारीदार रतुआ :

       लक्षण 

        पत्तों पर पीले रंग के छोटे-छोटे धब्बे कतारों में बन जाते हैं। कभी-कभी ये धब्बे पत्तियों के डंठलों पर भी पाये जाते हैं। 

पीला या धारीदार रतुआ कम लगने वाली किस्में : गेहूँ की डब्लू एच 157, डब्लू एच 283, डब्लू  एच 542, डब्लू एच 896 किस्मों में पीला रतुआ कम लगता है।

      पीला या धारीदार रतुआ का रोकथाम : 

        पीले रतुए के नियंत्रण के लिए बीमारी के लक्षण नजर आते ही 200 मिलीलीटर प्रोपिकोनाजोल 25% र्इ.सी (टिल्ट 25 प्रतिशत र्इ.सी.) को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। यदि मौसम रोग फैलाने के अनुकूल हो तो इस छिड़काव को 10-15 दिन के अंतराल में दोहराएं।

    या 

  • 800 ग्राम जिनेब (डाईथेन जेड 78) या मेंकोजेब (डाईथेन एम 45) को 250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। पहला छिडकाव तब करें जब बीमारी कहीं-कहीं नजर आये, बाद में 10-15 दिन के अंतराल में 2 से 3 छिड़काव करें ।